पुराणों और वेदों के अनुसार, ब्राह्मणों की उत्पत्ति ब्रह्मा के मुख से बताई जाती है, जो एक प्रतीकात्मक विवरण है। ऋग्वेद में "पुरुष सूक्त" में इस अवधारणा का उल्लेख मिलता है। यह सुझाव देता है कि ब्राह्मण वैदिक सभ्यता का हिस्सा थे, जो सबसे पहले भारत के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में, विशेष रूप से सरस्वती नदी के किनारे (आधुनिक हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के कुछ हिस्से) फली-फूली। इस क्षेत्र को प्राचीन काल में "ब्रह्मावर्त" कहा जाता था, जिसे ब्राह्मणों का मूल केंद्र माना जाता है। इसके अलावा, "ब्रह्मर्षि देश" (कुरुक्षेत्र और आसपास का क्षेत्र) भी ब्राह्मणों की वैदिक
बहुत बहुत धन्यवाद Grok जी आपने पूरे देश के अंधविश्वास की पोल खोल दी एलॉन मुस्क और उसके xAI Grok को बहुत बहुत धन्यवाद सतनाम अल्लाह खुदा God रब आप को बनाए रखें
पुराणों और वेदों के अनुसार, ब्राह्मणों की उत्पत्ति ब्रह्मा के मुख से बताई जाती है, जो एक प्रतीकात्मक विवरण है। ऋग्वेद में "पुरुष सूक्त" में इस अवधारणा का उल्लेख मिलता है। यह सुझाव देता है कि ब्राह्मण वैदिक सभ्यता का हिस्सा थे, जो सबसे पहले भारत के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में, विशेष रूप से सरस्वती नदी के किनारे (आधुनिक हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के कुछ हिस्से) फली-फूली। इस क्षेत्र को प्राचीन काल में "ब्रह्मावर्त" कहा जाता था, जिसे ब्राह्मणों का मूल केंद्र माना जाता है। इसके अलावा, "ब्रह्मर्षि देश" (कुरुक्षेत्र और आसपास का क्षेत्र) भी ब्राह्मणों की वैदिक
सर 🙏- grok सही उत्तर दे रहा है. ओर ये बात भी सही है. जब तक भारत देश से ब्राम्हणवाद जळ से खतम नही होता. तब तक इस देश कि जनता सुख चैन प्राप्त नही कर सक्ती. ओर जनता ने ब्राम्हणो के झाचे मे नही आना चाहिए. उन्की हर बात पर विश्वास नही करना. एही उपाय है. अपनी तरक्की खुद करो. जय संविधान 🙏.
भाई मुसलमान भी पूछते हैं एक दूसरे की जात, की तुम शेख हो सैयद हो पठान हो, जोलहा हो या अंसारी हो? ईसाई भी पूछते हैं कि तुम कैथोलिक हो या प्रोटेस्टेंट हो? बौद्ध भी पूछते हैं कि तुम हीनयान वाले हो या महायान? और हीनयान का मतलब ही होता है "हीन" यानी नीच, छोटा एवं महायान का मतलब ही होता है "महा" यानी बड़ा, उच्च आदि। अब बोलो कहां जाओगे? अगर जाति से ऊबर भी जाओ तो अमीरी गरीबी का भेदभाव कैसे मिटेगा ?
ब्राह्मणों के चरित्र से भी हम अनुमान लगा सकते है भारत के मुलनिवासी नहीं है अपने ही हिन्दू धर्म के बहुजनो के साथ अन्याय अत्याचार कुरुरता करने में हद से भी ज्यादा जुल्म किया है
@@supersayaaain😂😂beta Muslims dhram others country se aya hi but Muslims india ka he public hi 😂😂 mugal kingdom ka sara king ka deth ho geya hi unka koi nahe hi jo unko apne desh bhejega 😂😂
भाई विश्लेषण बहुत ही उत्कृष्ट एवं सराहनीय है। ब्राह्मण विदेशी है परन्तु बहुजन मूल निवासियों के बिखराव की वजहों से देश में उनकी जड़ें बहुत मजबूत एवं गहरी है इस जड़ों को उखाड़ना इतना आसान नहीं है क्योंकि देश की सभी संवैधानिक संस्थाओं पर इसी विचारधारा का कब्जा है और चाणक्य नीति के माध्यम से देश के मूलनिवासियों को साज़िश एवं षंयन्त के तहत दलित शोषित पीड़ित एवं वंचितो को लालची पन जुमलों से गुमराह करके उनके असली मकसद से भटकाव किया हुआ है।। बिखराव जब तक है तो देश में दलित शोषित पीड़ित एवं वंचितो को सत्ता से बाहर रखने के लिए उनके षंणयन्तकारी अपनी नीतियों को बरकरार रखने के लिए गरीब दलित शोषित पीड़ित एवं वंचितो को आसानी से कामयाब नहीं होने देंगे।।जय भीम नमो बुद्धाय जय संविधान।।
भूमिहारों (Bhumihar) के मूल निवास के बारे में कोई निश्चित ऐतिहासिक प्रमाण नहीं है जो यह बता सके कि वे किसी अन्य देश से आए हों। भूमिहार एक हिंदू जाति है जो मुख्य रूप से भारत के उत्तर-पूर्वी क्षेत्रों, विशेष रूप से बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में पाई जाती है। उनकी उत्पत्ति को लेकर विद्वानों और इतिहासकारों के बीच कई मत हैं, लेकिन ये सभी भारत के संदर्भ में ही हैं, न कि किसी अन्य देश से संबंधित। पौराणिक कथाओं और सामाजिक मान्यताओं के अनुसार, भूमिहार खुद को ब्राह्मण वंश से जोड़ते हैं और दावा करते हैं कि वे भगवान परशुराम के वंशज हैं, जिन्होंने क्षत्रियों से भूमि लेकर ब्राह्मणों को दी थी। कुछ किंवदंतियों में यह भी कहा जाता है कि वे उन ब्राह्मणों से उत्पन्न हुए जो वैदिक कर्मकांडों के बजाय कृषि और भूमि प्रबंधन में संलग्न हो गए। इस कारण उन्हें "भूमिहार" (भूमि + हार, अर्थात् भूमि के स्वामी) कहा गया। ऐतिहासिक दृष्टिकोण से, भूमिहारों का उदय भारत में मध्यकालीन और औपनिवेशिक काल के दौरान प्रमुख भूस्वामी समुदाय के रूप में देखा जाता है, खासकर बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में। उनकी जड़ें भारत की सामाजिक और आर्थिक संरचना में गहरी हैं, और ऐसा कोई साक्ष्य नहीं है जो यह संकेत दे कि वे भारत के बाहर किसी अन्य देश से आए हों। इसलिए, यह कहा जा सकता है कि भूमिहार मूल रूप से भारत के ही निवासी हैं, और उनका विकास भारतीय उपमहाद्वीप की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक प्रक्रियाओं का हिस्सा है। सारांश में, भूमिहार मूलनिवासी भारत के हैं, और उनकी उत्पत्ति को लेकर कोई भी चर्चा भारतीय संदर्भ तक ही सीमित है।
पुराणों और वेदों के अनुसार, ब्राह्मणों की उत्पत्ति ब्रह्मा के मुख से बताई जाती है, जो एक प्रतीकात्मक विवरण है। ऋग्वेद में "पुरुष सूक्त" में इस अवधारणा का उल्लेख मिलता है। यह सुझाव देता है कि ब्राह्मण वैदिक सभ्यता का हिस्सा थे, जो सबसे पहले भारत के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में, विशेष रूप से सरस्वती नदी के किनारे (आधुनिक हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के कुछ हिस्से) फली-फूली। इस क्षेत्र को प्राचीन काल में "ब्रह्मावर्त" कहा जाता था, जिसे ब्राह्मणों का मूल केंद्र माना जाता है। इसके अलावा, "ब्रह्मर्षि देश" (कुरुक्षेत्र और आसपास का क्षेत्र) भी ब्राह्मणों की वैदिक
पुराणों और वेदों के अनुसार, ब्राह्मणों की उत्पत्ति ब्रह्मा के मुख से बताई जाती है, जो एक प्रतीकात्मक विवरण है। ऋग्वेद में "पुरुष सूक्त" में इस अवधारणा का उल्लेख मिलता है। यह सुझाव देता है कि ब्राह्मण वैदिक सभ्यता का हिस्सा थे, जो सबसे पहले भारत के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में, विशेष रूप से सरस्वती नदी के किनारे (आधुनिक हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के कुछ हिस्से) फली-फूली। इस क्षेत्र को प्राचीन काल में "ब्रह्मावर्त" कहा जाता था, जिसे ब्राह्मणों का मूल केंद्र माना जाता है। इसके अलावा, "ब्रह्मर्षि देश" (कुरुक्षेत्र और आसपास का क्षेत्र) भी ब्राह्मणों की वैदिक
भाई मुसलमान भी पूछते हैं एक दूसरे की जात, की तुम शेख हो सैयद हो पठान हो, जोलहा हो या अंसारी हो? ईसाई भी पूछते हैं कि तुम कैथोलिक हो या प्रोटेस्टेंट हो? बौद्ध भी पूछते हैं कि तुम हीनयान वाले हो या महायान? और हीनयान का मतलब ही होता है "हीन" यानी नीच, छोटा एवं महायान का मतलब ही होता है "महा" यानी बड़ा, उच्च आदि। अब बोलो कहां जाओगे? अगर जाति से ऊबर भी जाओ तो अमीरी गरीबी का भेदभाव कैसे मिटेगा ?
5:11 नॅशनल चौपाल ,नॅशनल दस्तक ही सच्ची खबरे देता है जो हमारे हक और अधिकारों की बात डंके की चोट पर दुनिया के सामने रखते है।आप ,प्रज्ञा जी और शंभु जी को प्यार भरा नमो बुद्धाय , जय भीम ,जय संविधान ।
Evm RSS BJP hatao Desh bachavo Jago bahujano sc St OBC mainortis Jago Kahi ther na Ho Jaye very good analysis thanks Jay Bheem Jay sanvidhan namo budhay Jay Bharat Raju sonker Lalganj RBL up
ब्राह्मण विदेशी तो है पर 1500 ईशा पूर्व नही है ये लोग ईशा पूर्व के होते तो सम्राट असोक को जरूर जानते और अपने शास्त्र मे लिखकर रखते इन लोग 6वी शताब्दी के बाद ही आये आये है
ग्रोक ने सब सही कहा, वेद शास्त्र भी ठीक है। पब्लिक भी उनकी इज्जत करती है. मगर अंग्रेज और कुछ आज के नेता और अंग्रेज ke karan, आपस में अशांति फैल रही है।
Bharat mein koi mul nivasi nahi hai.. Sab Africa se aaye hain..R1A1 se pehle, halogroup C tha.. Jo Africa se aaya tha.. Bharat ki 80 percent population mein R1A1 niklega kyunki wo Halogroup C se bana hai.. C Africa se aaya hai..
Brahmanvad bahut Khatarnak jad Hai isko mitana hi hoga aur 90% log isko Mita sakte hain unt ke bal per aur sansad mein jakar ke ine per pratibandh Laga sakte hain aur inko jitne jiski sankhya Bhari uski utani hissedari per Le jakar ke simit kar sakte hain dhanyvad Aisa hona chahie dhanyvad.
Grok पंडित जी खुद विदेशी हैं अभी कल पैदा हुए, मेरा मन तो सदा भारत के मूल निवासियों उनकी सभ्यता संस्कृति आपसी भाईचारे को समझने का करता है, वो क्या है जो सभी को भारतीय बनाता है, भारतीयता में ऐसा क्या है जो पुरे विश्व के देशों से लोग हजारों साल से आते रहे और घुलते रहे किसी और देश को ऐसा सौभाग्य ना मिला, एक ब्रामंण् क्या चीज है जाने कितने जाति प्रजाति उपजाति मानव समुदाय समय की धारा में भारतीय मानव समुद्र में मिलते रहे और आज भी कई यूरोपियाई लोग धर्म और योग की दीक्षा लेकर इसका भाग बन रहे हैं ये गौरव का विषय है 😊
ग्रोक ने वामन मेसराम के बातों की पुष्टि कर दी की एससी एसटी ओबीसी इस देश के मूलनिवासी है
वामन मेश्राम नहीं कांशीराम कहिये!
थोड़ा खुद भी grok पे सर्च कर लिया करो
पुराणों और वेदों के अनुसार, ब्राह्मणों की उत्पत्ति ब्रह्मा के मुख से बताई जाती है, जो एक प्रतीकात्मक विवरण है। ऋग्वेद में "पुरुष सूक्त" में इस अवधारणा का उल्लेख मिलता है। यह सुझाव देता है कि ब्राह्मण वैदिक सभ्यता का हिस्सा थे, जो सबसे पहले भारत के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में, विशेष रूप से सरस्वती नदी के किनारे (आधुनिक हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के कुछ हिस्से) फली-फूली। इस क्षेत्र को प्राचीन काल में "ब्रह्मावर्त" कहा जाता था, जिसे ब्राह्मणों का मूल केंद्र माना जाता है। इसके अलावा, "ब्रह्मर्षि देश" (कुरुक्षेत्र और आसपास का क्षेत्र) भी ब्राह्मणों की वैदिक
Bhai laikin grok me mujhe ise kafi alag answer diya h..
बामसेफ संगठन कहिए
वाकई सत्य मंजिल पर पहुंचता है झूठ नहीं ? सटीक सवाल सटीक जवाब
सैल्यूट GROK
Grok se puchh sudar kaha paida hua to pata chalega
ग्रोक की पूरी टीम को बहुत बहुत बधाई।
जयभीम ,नमोबुद्धाय।
बहुत बहुत धन्यवाद Grok जी आपने पूरे देश के अंधविश्वास की पोल खोल दी एलॉन मुस्क और उसके xAI Grok को बहुत बहुत धन्यवाद सतनाम अल्लाह खुदा God रब आप को बनाए रखें
Jai🚩sanatan🕉 dharm hindurastra🚩 bharat🕉️ bharatiya🚩🕉 🛕🙏🇮🇳🐚🪔🔔🔱🏹⚔️👫💪👍
पुराणों और वेदों के अनुसार, ब्राह्मणों की उत्पत्ति ब्रह्मा के मुख से बताई जाती है, जो एक प्रतीकात्मक विवरण है। ऋग्वेद में "पुरुष सूक्त" में इस अवधारणा का उल्लेख मिलता है। यह सुझाव देता है कि ब्राह्मण वैदिक सभ्यता का हिस्सा थे, जो सबसे पहले भारत के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में, विशेष रूप से सरस्वती नदी के किनारे (आधुनिक हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के कुछ हिस्से) फली-फूली। इस क्षेत्र को प्राचीन काल में "ब्रह्मावर्त" कहा जाता था, जिसे ब्राह्मणों का मूल केंद्र माना जाता है। इसके अलावा, "ब्रह्मर्षि देश" (कुरुक्षेत्र और आसपास का क्षेत्र) भी ब्राह्मणों की वैदिक
कौन देसी है और कौन विदेशी पर बहस करना मूर्खों का काम है, बहस यह होनी चाहिए कि कौन देश के कितना काम आया,देश के विकास में उसका कितना
Pandit ho bhaiya @@Sunder-tw8qy
बॅन करो gork ओ झूठ फैलाव कर रहा है बॅन करो मोदीजी इसका सही इलाज करेंगेही
सर 🙏- grok सही उत्तर दे रहा है. ओर ये बात भी सही है. जब तक भारत देश से ब्राम्हणवाद जळ से खतम नही होता. तब तक इस देश कि जनता सुख चैन प्राप्त नही कर सक्ती. ओर जनता ने ब्राम्हणो के झाचे मे नही आना चाहिए. उन्की हर बात पर विश्वास नही करना. एही उपाय है. अपनी तरक्की खुद करो. जय संविधान 🙏.
o Desh gala deg
True
Jaise Pakistan afghanistan mein brahaman vaad khatm ho gaya...
Jai🚩sanatan🕉 dharm hindurastra🚩 bharat🕉️ bharatiya🕉🚩 🛕🙏🇮🇳🐚🪔🔔🔱🏹⚔️👫💪👍
भाई मुसलमान भी पूछते हैं एक दूसरे की जात, की तुम शेख हो सैयद हो पठान हो, जोलहा हो या अंसारी हो? ईसाई भी पूछते हैं कि तुम कैथोलिक हो या प्रोटेस्टेंट हो? बौद्ध भी पूछते हैं कि तुम हीनयान वाले हो या महायान? और हीनयान का मतलब ही होता है "हीन" यानी नीच, छोटा एवं महायान का मतलब ही होता है "महा" यानी बड़ा, उच्च आदि। अब बोलो कहां जाओगे? अगर जाति से ऊबर भी जाओ तो अमीरी गरीबी का भेदभाव कैसे मिटेगा ?
Grok ki jitni taarif ki jaay woh utna hi Kam hai,thanks elan musk and thanks grok
ये तो ऐतिहासिक सत्य है। बहुजनों ने ही अपने इतिहास को दफन किया है। डटे रहते तो आज अपने ऐसे हाल नहीं होते।🙏🙏🙏
ब्राह्मणों के चरित्र से भी हम अनुमान लगा सकते है भारत के मुलनिवासी नहीं है अपने ही हिन्दू धर्म के बहुजनो के साथ अन्याय अत्याचार कुरुरता करने में हद से भी ज्यादा जुल्म किया है
Very valid point 👍
Right
❤❤❤❤❤❤❤
😂@@murtuzaali6623
@farmanalam6811 😂
जब तक एक हिंदू दूसरे हिंदू से जाति नहीं पूछता तब तक उसके कलेजे में ठंडक नहीं पढ़ती और बात करते है हिंदू राष्ट्र बनाने की ।।
Same like muslim, they also ask about your religion "are you muslim"😂😂
@supersayaaain जय भीम की आँधी चलती है, तो मनुवादियों की जलती है
ये नीला तूफान है इसने आकाश भी नीला समुंदर भी नीला.jay भीम.
@@supersayaaain😂😂beta Muslims dhram others country se aya hi but Muslims india ka he public hi 😂😂 mugal kingdom ka sara king ka deth ho geya hi unka koi nahe hi jo unko apne desh bhejega 😂😂
Correct 💯💯💯
भाई विश्लेषण बहुत ही उत्कृष्ट एवं सराहनीय है। ब्राह्मण विदेशी है परन्तु बहुजन मूल निवासियों के बिखराव की वजहों से देश में उनकी जड़ें बहुत मजबूत एवं गहरी है इस जड़ों को उखाड़ना इतना आसान नहीं है क्योंकि देश की सभी संवैधानिक संस्थाओं पर इसी विचारधारा का कब्जा है और चाणक्य नीति के माध्यम से देश के मूलनिवासियों को साज़िश एवं षंयन्त के तहत दलित शोषित पीड़ित एवं वंचितो को लालची पन जुमलों से गुमराह करके उनके असली मकसद से भटकाव किया हुआ है।। बिखराव जब तक है तो देश में दलित शोषित पीड़ित एवं वंचितो को सत्ता से बाहर रखने के लिए उनके षंणयन्तकारी अपनी नीतियों को बरकरार रखने के लिए गरीब दलित शोषित पीड़ित एवं वंचितो को आसानी से कामयाब नहीं होने देंगे।।जय भीम नमो बुद्धाय जय संविधान।।
Gork ने एक दम सही कहा बौद्ध नागरी में आकर अपना सम्राज्य बना लिया
बौद्ध चाइनीज उत्पति हैं
भूमिहारों (Bhumihar) के मूल निवास के बारे में कोई निश्चित ऐतिहासिक प्रमाण नहीं है जो यह बता सके कि वे किसी अन्य देश से आए हों। भूमिहार एक हिंदू जाति है जो मुख्य रूप से भारत के उत्तर-पूर्वी क्षेत्रों, विशेष रूप से बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में पाई जाती है। उनकी उत्पत्ति को लेकर विद्वानों और इतिहासकारों के बीच कई मत हैं, लेकिन ये सभी भारत के संदर्भ में ही हैं, न कि किसी अन्य देश से संबंधित।
पौराणिक कथाओं और सामाजिक मान्यताओं के अनुसार, भूमिहार खुद को ब्राह्मण वंश से जोड़ते हैं और दावा करते हैं कि वे भगवान परशुराम के वंशज हैं, जिन्होंने क्षत्रियों से भूमि लेकर ब्राह्मणों को दी थी। कुछ किंवदंतियों में यह भी कहा जाता है कि वे उन ब्राह्मणों से उत्पन्न हुए जो वैदिक कर्मकांडों के बजाय कृषि और भूमि प्रबंधन में संलग्न हो गए। इस कारण उन्हें "भूमिहार" (भूमि + हार, अर्थात् भूमि के स्वामी) कहा गया।
ऐतिहासिक दृष्टिकोण से, भूमिहारों का उदय भारत में मध्यकालीन और औपनिवेशिक काल के दौरान प्रमुख भूस्वामी समुदाय के रूप में देखा जाता है, खासकर बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में। उनकी जड़ें भारत की सामाजिक और आर्थिक संरचना में गहरी हैं, और ऐसा कोई साक्ष्य नहीं है जो यह संकेत दे कि वे भारत के बाहर किसी अन्य देश से आए हों। इसलिए, यह कहा जा सकता है कि भूमिहार मूल रूप से भारत के ही निवासी हैं, और उनका विकास भारतीय उपमहाद्वीप की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक प्रक्रियाओं का हिस्सा है।
सारांश में, भूमिहार मूलनिवासी भारत के हैं, और उनकी उत्पत्ति को लेकर कोई भी चर्चा भारतीय संदर्भ तक ही सीमित है।
बौद्ध लोग यहां के मूल निवासी है
Grok is the great work 👏 so I like Grok ✅️ right brother jindabad jindabad jindabad 👍
बहुत बहुत धन्यवाद ग्रोक,एलन मास्क को सैल्यूट
Brahman Videshi Uresiyan ghushpathiya manubadi and Brahmanbadi ne jati- pati ka bhed- bhav banaya hai
Jai🚩sanatan🕉 dharm hindurastra🚩 bharat🕉 bharatiya🕉🚩 🛕🙏🇮🇳🐚🪔🔔🔱🏹⚔️👫💪👍
Trisul talwar dhanush ke din gaya . Muslim aur British ke jamane me hajaron sal tak ye sab dharan karnewale devi devta sab kahi sup gaya tha .
पुराणों और वेदों के अनुसार, ब्राह्मणों की उत्पत्ति ब्रह्मा के मुख से बताई जाती है, जो एक प्रतीकात्मक विवरण है। ऋग्वेद में "पुरुष सूक्त" में इस अवधारणा का उल्लेख मिलता है। यह सुझाव देता है कि ब्राह्मण वैदिक सभ्यता का हिस्सा थे, जो सबसे पहले भारत के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में, विशेष रूप से सरस्वती नदी के किनारे (आधुनिक हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के कुछ हिस्से) फली-फूली। इस क्षेत्र को प्राचीन काल में "ब्रह्मावर्त" कहा जाता था, जिसे ब्राह्मणों का मूल केंद्र माना जाता है। इसके अलावा, "ब्रह्मर्षि देश" (कुरुक्षेत्र और आसपास का क्षेत्र) भी ब्राह्मणों की वैदिक
0 लालू आग में घी का काम किया@@nagendraray9340
नमो बुद्धाय जय भीम जय मुलनिवासी साथीयो.
लगे रहो साथीयो.
Jai🚩sanatan🕉 dharm hindurastra🚩 bharat🕉 bharatiya🕉🚩 🛕🙏🇮🇳🐚🪔🔔🔱🏹⚔️👫💪👍
❤ जय भीम नमो बुद्धाय जय संविधान जय लोकशाही राजा चक्रवती सम्राट अशोक महाराज की जय ❤
पुराणों और वेदों के अनुसार, ब्राह्मणों की उत्पत्ति ब्रह्मा के मुख से बताई जाती है, जो एक प्रतीकात्मक विवरण है। ऋग्वेद में "पुरुष सूक्त" में इस अवधारणा का उल्लेख मिलता है। यह सुझाव देता है कि ब्राह्मण वैदिक सभ्यता का हिस्सा थे, जो सबसे पहले भारत के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में, विशेष रूप से सरस्वती नदी के किनारे (आधुनिक हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के कुछ हिस्से) फली-फूली। इस क्षेत्र को प्राचीन काल में "ब्रह्मावर्त" कहा जाता था, जिसे ब्राह्मणों का मूल केंद्र माना जाता है। इसके अलावा, "ब्रह्मर्षि देश" (कुरुक्षेत्र और आसपास का क्षेत्र) भी ब्राह्मणों की वैदिक
Authentic answer thank to AI GROK
बहोत बढ़िया. सत्यमेव jayte
बिल्कुल सही कहा ग्रोथ ने।
बहूत धन्यवाद, & अभिनंदन !
ग्रोक तो बहुत सही बता रहा है। जनता इन सब बातों से अनभिज्ञ रही है। केवल झूठ परोसा गया है।
❤ नमो बुद्धाय,राजा चक्रवती सम्राट अशोक महाराज की जय, जय भीम, जय मूलनिवासी ❤
जय भीम नमो बुद्धाय 🙏🙏🙏
Well said Mr, groak,keep it up,be happy.
बाबा साहेब अम्बेडकर का धन्यवाद करना चाहिए ईन ब्रह्म वादी को
Thanks sir
Braman videshi hai 1000/%
Jai🚩sanatan🕉 dharm hindurastra🚩 bharat🕉 bharatiya🚩🕉 🛕🙏🇮🇳🐚🪔🔔🔱🏹⚔️👫💪👍
भाई मुसलमान भी पूछते हैं एक दूसरे की जात, की तुम शेख हो सैयद हो पठान हो, जोलहा हो या अंसारी हो? ईसाई भी पूछते हैं कि तुम कैथोलिक हो या प्रोटेस्टेंट हो? बौद्ध भी पूछते हैं कि तुम हीनयान वाले हो या महायान? और हीनयान का मतलब ही होता है "हीन" यानी नीच, छोटा एवं महायान का मतलब ही होता है "महा" यानी बड़ा, उच्च आदि। अब बोलो कहां जाओगे? अगर जाति से ऊबर भी जाओ तो अमीरी गरीबी का भेदभाव कैसे मिटेगा ?
@@phantoms2573 jo aap kah rahe ho michkal bamsad ke dna report padi
@@phantoms2573 kittna jhooot bolega re muslim main koi jaat nhi hoota
जागो बहुजन समाज के लोगों जागो मनुवादियों परिजीवियों ठगों धूर्तों निकम्मों को समझिए पहचानिए सच्चाई को।
Bhaisahab jaldi se kadam uthaye nhi jo kabja thoda bacha hai nhi to wo bhi unke sath hoga
Bhut achcha jbab Diya hai grocne or o Sahi bhi hai
Allot of thanks GROK🎉🎉🎉
Yadav bhi Videshi hai
5:11 नॅशनल चौपाल ,नॅशनल दस्तक ही सच्ची खबरे देता है जो हमारे हक और अधिकारों की बात डंके की चोट पर दुनिया के सामने रखते है।आप ,प्रज्ञा जी और शंभु जी को प्यार भरा नमो बुद्धाय , जय भीम ,जय संविधान ।
ब्रहामण डीएनए टेस्ट विदेशी है भारत की एकता से कोई लेना-देना नहीं है पाखंड ही पाखंड है
But wo education m aage the to aadiwasi indians ne unko swekaar kr liya..fir wo chha gye..grath likh likh ke😊
नमो बुद्धय जय भीम जय संविधान
Sir your speech is real 💐💐🙏💐💐🙏🙏❤️♥️ ap ko Mera lakh lakh Pranam 💐💐🙏🙏❤️ Grok is real hai 🙏🙏
Group is playing a tremendous role in the fields of informations.
जो इंसान हो कर ऊंच नीचे जात पात देखता है वो इंसान कहलाने के लायक नहीं
बहुत अच्छा नमो बुद्धाय
यहूदियों के बारह कबीले थे,,, एक भागकर ईरान,, फिर भारत आय ,,,,, ये ही इतिहास है 😊😊
भागकर नहीं pre-planned tha....
Namo buddhay 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Jai bhim jai sambidhan namo budhaya jai mool nivasi
Grok jindabad
Saur jindabad
National chaupal news jindabad
Jai he Grok
Jai he India
Jai he Gandhiji
Jai he Ambedkar
Jai he sc st and obc
जय भीम जय भारत नमो बुद्धाय।
Gandhi ?
Evm RSS BJP hatao Desh bachavo Jago bahujano sc St OBC mainortis Jago Kahi ther na Ho Jaye very good analysis thanks Jay Bheem Jay sanvidhan namo budhay Jay Bharat Raju sonker Lalganj RBL up
बेवकूफ को पैसा दे लेकिन ज्ञान नहीं देना चाहिए
Right 👍
जाति भेद भाव बहोत ऊंचा स्तर पर अभी भी होता है भाई
Grok baat Sahi hai. Grok Joot nahi bolata hai. Grok suchh bolata hai 🙏🙏
ब्राह्मण विदेशी तो है पर 1500 ईशा पूर्व नही है ये लोग ईशा पूर्व के होते तो सम्राट असोक को जरूर जानते और अपने शास्त्र मे लिखकर रखते इन लोग 6वी शताब्दी के बाद ही आये आये है
बिलकुल सही कहा ग्रोक, धन्यवाद
Grok speaks truth.
Brahmanon ka dan R1A1 namo buddhay Jay Bheem 🩵🙏🌹
Good grok
बहुत ही अच्छा और सही जबाब दिया है ग्रोथ ने
Jay Bheem namo budday
BrahAman videshii h
Grok good
ग्रोक ने सब सही कहा, वेद शास्त्र भी ठीक है। पब्लिक भी उनकी इज्जत करती है. मगर अंग्रेज और कुछ आज के नेता और अंग्रेज ke karan, आपस में अशांति फैल रही है।
Grok is the best technology produced and introduced by Allon Musk Sir. This Grok is another SJ Sir to speak truth with facts.
Jaybhim Jaybharat JaySanvidhan
Congratulations 🎉🎉🎉🎉 good work Gorak
Thanks groak धन्यवाद
नमो बुद्धाय जय भीम जय संविधान जय विज्ञान
I salute GROK, right informatiin
Jay Bheem namo buddhay 🎉
Groak is helping Indian Very nicely and truely to know the history and politics. .Good
HA BRAHMIN VIDESHI HI HAI R1A1 EURASIAN
Bharat mein koi mul nivasi nahi hai.. Sab Africa se aaye hain..R1A1 se pehle, halogroup C tha.. Jo Africa se aaya tha.. Bharat ki 80 percent population mein R1A1 niklega kyunki wo Halogroup C se bana hai.. C Africa se aaya hai..
क्या ही कहे. मस्त information ❤
एससी एसटी ओबीसी मेनोरेटी के लोगों को जागरूक होनाहोगा डरो मत झूकोमत
Aikdam right baat hai brahamin videshi hai
रावण भी तो ब्राह्मण ही था परशुराम जी भी ब्राह्मण थे ब्राह्मण तो सनातन धर्म में शुरू से हैं 😅
Grok 100%सही बात बोल रहे हैं धन्यवाद
Great grok
ब्राह्मणों द्वारा लिखित धार्मिक पुस्तकों को पढ़ने से ही पता चल जाता हैं।😂😂😂❤❤🎉🎉
So true
नमो बुद्धाय
Ati uttam
A Very Good and informative Video...
Nice visleshan bsp jindabad
नमो बुद्धाय, भारतीयश्रमण संस्कृति , जय भीम
🌍📘🌍
Sab brahman ek hain aur ek baat karte hain par bahujan bahut hain par bikhre hue hain shameful shameful shameful Jago Nisha chhodo aage aao ek ho 😮😮😮
Brahmanvad bahut Khatarnak jad Hai isko mitana hi hoga aur 90% log isko Mita sakte hain unt ke bal per aur sansad mein jakar ke ine per pratibandh Laga sakte hain aur inko jitne jiski sankhya Bhari uski utani hissedari per Le jakar ke simit kar sakte hain dhanyvad Aisa hona chahie dhanyvad.
Bahut achha,
National chaupal ko dhanyvad jo aisi khabar sunayen usko
Right 👍
Elon Musk se mujhe bahot nafrat hai, lekin wo Grok banakr actually bahot achcha kaam kiya.
Give credit where credit is due.
Aj grok ne sare parde uthadiya ,jiska bahut dino se intazar tha ,vah bhi dharm grantho ka sabut deker.
Thank You GROK
I am satisfied this GROK 3 reply .
Bahut achha ,, grok❤
धन्यवाद
सच्चाई छिपती नहीं दबाई जा सकती है कभी न कभी अवश्य उजागर होती है ऐसे में एलेन मस्क को बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं
Bahut achha vishleshan kiya h
Salute to grok for delivering fact news
Bahut khoob ❤❤
Very nice 👍
Grok ko very very thank you
धन्यबाद सर ।
Grok जिसको चलाने नहीं आते दूध बेचने वाले भी Ai की बात कर रहा है
ਗਰੋਕ ਅਨੁਸਾਰ ਬਾਹਮਣਾਂ ਨੂੰ ਆਪਣੇ ਦੇਸ਼ ਵਿੱਚ ਚਲੇ ਜਾਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ
आज sc st or obc ka वहम दूर हो गया विकसित 😮😮😮 मनुवादी विदेशी है
Grok पंडित जी खुद विदेशी हैं अभी कल पैदा हुए, मेरा मन तो सदा भारत के मूल निवासियों उनकी सभ्यता संस्कृति आपसी भाईचारे को समझने का करता है, वो क्या है जो सभी को भारतीय बनाता है, भारतीयता में ऐसा क्या है जो पुरे विश्व के देशों से लोग हजारों साल से आते रहे और घुलते रहे किसी और देश को ऐसा सौभाग्य ना मिला, एक ब्रामंण् क्या चीज है जाने कितने जाति प्रजाति उपजाति मानव समुदाय समय की धारा में भारतीय मानव समुद्र में मिलते रहे और आज भी कई यूरोपियाई लोग धर्म और योग की दीक्षा लेकर इसका भाग बन रहे हैं ये गौरव का विषय है 😊
Namo buddhay Jay bhim jay sanvidhan 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Grok ko bahut bahut shubhkamnaye Alen mask ko salute